आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में पेट की सेहत सबसे ज्यादा नजरअंदाज हो जाती है। बाहर का खाना, स्ट्रेस, नींद की कमी और एक्सरसाइज न करना – ये सब मिलकर हमारे पाचन तंत्र को गड़बड़ कर देते हैं। और जब पेट खुश नहीं रहता, तो न शरीर ठीक से चलता है और न ही दिमाग।
अब सवाल ये है – गट हेल्थ सुधारने के देसी उपाय क्या हैं? क्या बिना दवाइयों के, हम अपने पाचन तंत्र को मज़बूत बना सकते हैं? जवाब है हां, बिल्कुल!
आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे देसी नुस्खे, जो आपकी गट हेल्थ को सुधारने में मदद करेंगे – वो भी घर बैठे, बिना किसी भारी खर्चे के।
घी:देसी नुस्खे
असली देसी घी न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है, बल्कि पेट के लिए भी अमृत के जैसा होता है। इसमें ब्यूटिरिक एसिड होता है जो आंतों की सूजन को कम करता है और पाचन को सुधारता है। एक चम्मच घी रोज रोटी या खिचड़ी में मिलाकर खाएं – फर्क खुद देखिए। सुबह खाली पेट एक चम्मच घी गुनगुने पानी के साथ लेने से कब्ज में भी राहत मिलती है।
दही:देसी नुस्खे

दही में प्रॉबायोटिक बैक्टीरिया होते हैं जो आंतों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ये पेट की सफाई करते हैं, गैस और एसिडिटी को कम करते हैं और पाचन में सुधार लाते हैं। दही को दिन में एक बार ज़रूर खाएं – चाहे रायते में हो या लस्सी में। दही में थोड़ा भुना जीरा और सेंधा नमक मिलाकर खाने से पाचन और भी बेहतर होता है।
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हल्दी वाला दूध
हल्दी एक नेचुरल एंटीसेप्टिक है जो पेट की सूजन को कम करती है और आंतों को साफ करती है। रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुना हल्दी वाला दूध पीना पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें थोड़ा सा अदरक का रस भी मिला दें, तो पेट की जलन और गैस में भी राहत मिलेगी।
अजवाइन और काला नमक
अजवाइन और काला नमक का कॉम्बिनेशन पेट के लिए रामबाण है। गैस, बदहजमी या पेट दर्द हो, तो आधा चम्मच अजवाइन और चुटकीभर काला नमक लेकर गुनगुने पानी के साथ खाएं। तुरंत आराम मिलेगा। इसे खाने के बाद हर दिन आदत बना लें, तो पेट की सारी दिक्कतें दूर हो जाएंगी।
फाइबर वाला खाना
फाइबर पेट का झाड़ू है। ये आंतों को साफ करता है, मल त्याग को आसान बनाता है और कब्ज से राहत देता है। गट हेल्थ सुधारनी है तो रोटी, फल, हरी सब्ज़ियां, चने, दलिया और ओट्स जैसी चीज़ें ज़रूर खाएं। सलाद में खीरा, गाजर, मूली और चुकंदर ज़रूर जोड़ें।
खूब सारा पानी

पानी की कमी से आंतें सूखने लगती हैं और पाचन धीमा हो जाता है। दिनभर में कम से कम 8–10 गिलास पानी पिएं। गर्मियों में तो और भी ज़रूरी है। चाहें तो सुबह-सुबह एक गिलास गुनगुना पानी पीकर दिन की शुरुआत करें – पेट एकदम साफ रहेगा। पानी में थोड़ा नींबू और शहद मिलाकर डिटॉक्स वॉटर बना सकते हैं, जो गट हेल्थ को सुधारता है।
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स्ट्रेस कम करें
आपने सुना होगा – “जो मन को भाए, वही पेट पचाए।” स्ट्रेस का सीधा असर हमारे पाचन पर पड़ता है। अगर आप हर वक्त तनाव में रहते हैं, तो पेट की सेहत भी बिगड़ जाती है। ध्यान, योगा, प्राणायाम या थोड़ा सा मॉर्निंग वॉक – ये सब ना सिर्फ दिमाग को शांत करते हैं बल्कि पेट को भी आराम देते हैं।
बोनस टिप
जल्दी-जल्दी खाना खाना और बिना ठीक से चबाए निगल लेना, पेट की सबसे बड़ी दुश्मनी है। खाना खाते समय टीवी या मोबाइल से दूर रहें, हर कौर को अच्छे से चबाकर खाएं। इससे खाना अच्छे से पचता है और आंतों पर दबाव नहीं पड़ता।
गट हेल्थ कोई फैंसी चीज़ नहीं है – ये आपके रोजमर्रा के खाने, पीने और जीने के तरीके से जुड़ी होती है। अगर आप ऊपर दिए गए गट हेल्थ सुधारने के देसी उपाय अपनाएं, तो आप न सिर्फ पेट की दिक्कतों से छुटकारा पाएंगे, बल्कि खुद को हल्का, एक्टिव और फिट भी महसूस करेंगे।
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