क्या आपको पता है? महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए कितनी सरकारी योजनाएं हैं?

महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं, ताकि महिलाएं सुरक्षित रहें, आत्मनिर्भर बने और समाज में बराबरी का स्थान हासिल कर सके। लेकिन असली सवाल यह है, कि यह योजनाएं कैसे लागू होती हैं और महिलाएं इनका फायदा कैसे उठा सकती हैं इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको बहुत ही सरल और आसान भाषा में समझाएंगे की इन योजनाओं को कैसे अप्लाई करना है। और इनका लाभ कैसे उठाया जा सकता है। पूरी जानकारी के लिए ब्लॉग को अंत तक पढ़े।

बेटी बचाओ बेटी, पढ़ाओ योजना

हमारे समाज में पहले से ही लड़कों को ज्यादा अहमियत दी जाती है लड़कियों के मुकाबले। जिसकी वजह से कई जगह पर लड़कियों को पैदा होते ही मार दिया जाता था या फिर उनकी पढ़ाई लिखाई पर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता था। इसी समस्या को खत्म करने के लिए सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत की।

इस योजना के तहत सरकार लड़कियों की शिक्षा के लिए अलग से पैसा देती है जिससे उनकी स्कूल की फीस किताबें और अन्य जरूरी चीजों का खर्च उठाया जाए सकता है।

अगर आपके घर भी कोई लड़की पैदा हुई है तो आप सरकारी योजनाओं में उनके लिए आर्थिक सहायता का लाभ ले सकते हैं इसके लिए आप जिला महिला एवं बाल विकास कार्यालय या सरकारी स्कूलों से संपर्क करें और इसका लाभ उठाएं।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सिर्फ एक योजना ही नहीं बल्कि समाज को बदलने का एक बहुत बड़ा कोशिश है। जब लड़कियां शिक्षित होगी आत्मनिर्भर बनेंगे और समाज में आगे बढ़ेंगे तो पूरा देश आगे बढ़ेगा। हमें इस योजना को सफल बनाने के लिए लड़कियों को समान अधिकार और अवसर देने होंगे।

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उज्ज्वला योजना

गांव और छोटे कसबे में ज्यादातर घर में लकड़ी गोबर के उपले या कोयले पर खाना बनाया जाता था। इससे बहुत ज्यादा धुआं निकलता था, जिससे घर की औरतों को सांस की बीमारी हो जाती थी और उनकी सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता था इसी परेशानी के हाल के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की।

इस योजना के तहत गरीब परिवार की महिलाओं को मुफ्त में गैस कनेक्शन दिया जाता है। ताकि वे बिना धुएं के चूल्हे पर खाना बना सके, क्योंकि लकड़ी और कोयले के धुएं से बीमारियां होती हैं और इसका एक कारण यह भी है की लकड़ी जलाने से पेड़ कटते हैं और प्रदूषण बढ़ता है।

इस योजना का लाभ गरीबी रेखा के नीचे रहने वाली महिलाएं उठा सकती हैं अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग और और अन्य गरीब महिलाएं भी इसका लाभ उठा सकती हैं।

अगर आपको भी इस योजना का लाभ उठाना है तो अपने नजदीकी गैस एजेंसी में जाकर उज्जवला योजना फॉर्म भरे। उसके साथ अपने जरूरी दस्तावेज आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक अकाउंट की डिटेल पासपोर्ट साइज फोटो जमा कर दें। अगर आप इस योजना के पात्र रहे तो, सरकारआपके नाम पर फ्री में एलपीजी गैस कनेक्शन जारी कर देगी।

महिला हेल्पलाइन 181

यदि आप एक महिला हैं और आपके साथ घर में मारपीट हो रही हो सड़क पर आपको कोई छेड़ रहा हो दहेज के लिए आपको परेशान किया जा रहा है या किसी भी तरह का आपके साथ हिंसा हो रही है तो तो आप किस मदद मांगेंगे? इसी परेशानी को हल करने के लिए सरकार ने 181 महिला हेल्पलाइन नंबर शुरू की है।

181 एक इमरजेंसी नंबर है जो सिर्फ महिलाओं की सुरक्षा और मदद के लिए बनाया गया है। अगर किसी महिला को किसी तरह की परेशानी हो रही है तो इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं और तुरंत मदद का सकती हैं।

अगर आपक पति या परिवार के लोग आपके साथ मारपीट कर रहे हो, या ससुराल वाले दहेज के लिए तंग कर रहे हो, या कोई मानसिक रूप से परेशान कर रहा हो,धमका रहा हो, इसके अलावा किसी और महिला को परेशानी में देखें अगर आपको लगे कि कोई महिला खतरे में है तो इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं और तुरंत मदद का सकते हैं।

निर्भया फंड

हम सब ने निर्भया केस 2012 के बारे में सुना है जिसमें एक लड़की के साथ बहुत ही दर्दनाक घटना हुई थी। इस घटना के बाद सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों को मजबूत करने के लिए निर्भया फंड बनाया है। इस फंड का इस्तेमाल महिलाओं की सुरक्षा के लिए अलग-अलग योजनाओं और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए किया जाता है।

स्पेशल फंड है जिसे महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए बनाया गया है इस पेज से सरकार कई प्रोजेक्ट चलती है जिसमें महिला घर, बस, सड़क, ट्रेन और ऑफिस में सुरक्षित महसूस कर सके।

इस फंड के तहत सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाते हैं, जिससे पब्लिक प्लेस, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और सुनसान इलाकों में छेड़छाड़ और अपराध कम हो। इसके अलावा वन स्टाफ सेंटर खुल गया है जहां घरेलू हिंसा या किसी और अपराध से पीड़ित महिला कानूनी मेडिकल और मानसिक सहायता ले सके।

अगर आपके इलाके में कोई असुरक्षित जगह है तो आप लोकल प्रशासन को शिकायत कर सकते हैं कि वहां निर्भया फंड के तहत कैमरा या लाइट्स लगवाई जाए कोई महिला अगर हिंसा या छेड़छाड़ का शिकार होती है तो वन स्टॉप सेंटर या महिला हेल्पलाइन से मदद ले सकती है पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करते समय पैनिक बटन या हेल्पलाइन नंबर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

निर्भया फंड सिर्फ एक योजना ही नहीं बल्कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार की तरफ से एक गंभीर सुरक्षा कवच है इसका सही इस्तेमाल तभी होगा जब समाज में जागरूक  होगा और महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए इन सुविधाओं का पूरा फायदा उठाएंगे अगर आपको भी लगता है कि आपके शहर में सुरक्षा का इंतजाम कमजोर है तो प्रशासन से इसे लागू करने की मांग करें।

सुकन्या समृद्धि योजना

सुकन्या समृद्धि योजना सरकार की एक बचत योजना है जो खास तौर पर बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए बनाई गई है। इसमें माता-पिता अपनी बेटी के नाम से पोस्ट ऑफिस या बैंक के में खाता खोल कर थोड़ा-थोड़ा पैसा सकते हैं। जब बेटी बड़ी होगी 18 साल या 21 साल की तब यह पैसा उसकी पढ़ाई या शादी के काम आएगा।

इस योजना के तहत बेटी के जन्म के 10 साल की उम्र तक इस योजना में खाता खोला जा सकता है। साल में काम से कम 250 रुपए से 1.5 लाख तक जमा कर सकते हैं। अगर आपकी बेटी की शादी 21 साल के बाद होगी तो पूरा पैसा बिना टैक्स के मिल जाता है। इस योजना की सबसे खास बात यह है कि इस योजना में जमा किए गए पैसा पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता है।

अगर आप भी अपनी बेटी के भविष्य के लिए थोड़ा-थोड़ा पैसा बचा कर एक बड़ा फंड बनाना चाहते हैं तो यह योजना आपके लिए बहुत ही अच्छा साबित हो सकता है।

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