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PM Vishwakarma Yojana 2025: योजना के इन चारो लाभ को प्राप्त करने की सबसे आसान प्रक्रिया, ऐसे करें आवेदन मिलेंगे सभी लाभ

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भारत सरकार द्वारा पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के आर्थिक और सामाजिक बढ़ावा के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस योजना के तहत देश के शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक और सामाजिक तौर पर सशक्तिकरण मिलेगा। यह योजना 16 अगस्त 2030 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक व्यवसायों को प्रोत्साहित करना है और उन्हें आधुनिक व्यवस्थाओं के लिए मजबूत बनाना है।

इस योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों की कौशल क्षमताओं का विकास करना है, उनके उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना है, और उनके घरेलू और विश्व के बाजारों तक पहुंच को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही यह योजना उन्हें तकनीकी उपकरणों और डिजिटल भुगतान प्रणाली के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करती है।

PM Vishwakarma योजना का बजट और अवधि

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का कुल बजट 13 हजार करोड़ रुपए है, जिसे वित्तीय वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक 5 वर्षों की अवधि में खर्च किया जाएगा।

पीएम विश्वकर्मा योजना की विशेषताएं

इस योजना के तहत लाभार्थियों को दो ट्रेनिंग दी जाती हैं। पहली ट्रेनिंग 5 से 7 दिन की होती है। दूसरी ट्रेनिंग 15 दिन की होती है। इन ट्रेनिंग के दौरान लाभार्थी को ₹500 प्रदान किया जाता है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और एक विशिष्ट आईडी कार्ड प्रदान किया जाता है। लाभार्थी को ₹15000 की सहायता राशि दी जाती है, जिसके माध्यम से वे टूल किट खरीदकर अपनी कुशलता को और भी गुणवत्तापूर्ण बना सकते हैं।

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प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना क्या है

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के जीवन को बेहतर बनाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का एक ऐतिहासिक प्रयास है। यह योजना न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि उनकी कला और कौशल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएगी। इस योजना के माध्यम से सरकार ने आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

इस योजना के तहत बढ़ई, सुनार, लोहार, जूता कारीगर, कुम्हार, बुनकर, नाई, धोबी, मूर्तिकार, राज मिस्त्री जैसे पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया गया है।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए पात्रता मापदंड

पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ केवल वही लोग उठा सकते हैं, जो निम्नलिखित पात्रता मापदंड को पूरा करते हैं:

  • आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
  • केवल वही लोग पात्र होंगे जो पारंपरिक कारीगरी या शिल्पकारी से जुड़े हुए हैं।
  • पिछले 5 वर्षों में आवेदक या उसके परिवार ने केंद्र या राज्य सरकार की अन्य योजनाओं में से कोई क्रेडिट आधारित लाभ प्राप्त नहीं किया हो।
  • सरकारी सेवा में कार्यरत व्यक्ति और उसके परिवार के सदस्य इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगे।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

  1. आधार कार्ड
  2. जाति प्रमाण पत्र
  3. आय प्रमाण पत्र
  4. निवास प्रमाण पत्र
  5. व्यवसाय प्रमाण पत्र
  6. बैंक खाता विवरण

Pm Vishwakarma Yojana आवेदन प्रक्रिया

यदि आपको प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन करना है तो यह पूरी तरह से ऑनलाइन है। यह प्रक्रिया कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से पूरी की जा सकती है। आप अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाएं और अपने सारे जरूरी दस्तावेज साथ ले जाएं और वहां से आवेदन करें। या आप योजना के आधिकारिक पोर्टल पर अपनी जानकारी दर्ज करके पंजीकरण भी कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

  • वेबसाइट पर जाएं: pmvishwakarma.gov.in
  • पंजीकरण करें: नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल से रजिस्टर करें।
  • लॉगिन करें: ईमेल और पासवर्ड से लॉगिन करें।
  • फॉर्म भरें: व्यक्तिगत और व्यवसाय की जानकारी दर्ज करें।
  • दस्तावेज़ अपलोड करें: आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र आदि।
  • फॉर्म सबमिट करें: जानकारी जांचकर सबमिट करें।
  • आवेदन संख्या नोट करें: भविष्य में स्थिति जांचने के लिए।
  • स्थिति ट्रैक करें: वेबसाइट पर “Track Application” विकल्प से।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ

  1. इस योजना के तहत कारीगरों को बिना गारंटी के ऋण प्रदान किया जाता है, जिससे वे अपने व्यवसाय को और बढ़ा सकते हैं।
  2. कारीगरों को ₹15000 का टूल किट मुफ्त मिलता है, जिससे वे डिजिटल लेनदेन की सुविधा में आत्मनिर्भर बन सकें।
  3. नए बाजारों और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा।
  4. यदि वे अच्छा काम करेंगे, तो उनके उत्पाद और सेवाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान मिलेगी।

इस योजना के माध्यम से सरकार आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। यदि आप एक पारंपरिक कारीगर या शिल्पकार हैं, तो इस योजना का लाभ उठाकर अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकते हैं।

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